Pahalgam attack शाहिद अफरीदी ने भारतीय सेना को ‘बेकार’ बताया

**पहलगाम आतंकी हमला: शाहिद अफरीदी ने भारतीय सेना को ‘बेकार’ बताया, पाकिस्तान के खिलाफ सबूत मांगे**

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने विवादास्पद बयान देते हुए भारतीय सेना को “बेकार” और “अक्षम” बताया है। उन्होंने भारत पर पाकिस्तान को बिना सबूत के आरोपी ठहराने का आरोप लगाया और कहा कि भारतीय मीडिया इस घटना को गलत तरीके से पेश कर रहा है। पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक शामिल थे। यह 2008 के मुंबई 26/11 हमलों के बाद से नागरिकों पर सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है।

### पहलगाम हमले की पृष्ठभूमि
पहलगाम, जो अपने खूबसूरत पर्यटन स्थलों और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है, 10 जून को आतंकवादियों के निशाने पर आ गया। स्थानीय समयानुसार शाम के समय हुए इस हमले में आतंकवादियों ने भीड़-भाड़ वाले इलाके में ग्रेनेड फेंके और अंधाधुंध गोलियां चलाईं। इस घटना में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हुए। पीड़ितों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। भारतीय सुरक्षा बलों ने घटना के बाद मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया, लेकिन इस हमले ने पूरे देश में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए।

### शाहिद अफरीदी का विवादित बयान

पाकिस्तानी मीडिया चैनल ‘समा टीवी’ को दिए इंटरव्यू में शाहिद अफरीदी ने कहा, “भारत में पटाखा फटने पर भी पाकिस्तान को दोष दिया जाता है। कश्मीर में आपके पास 8 लाख सैनिक तैनात हैं, फिर भी यह हमला हुआ। इसका मतलब है कि आपकी सेना बेकार है, जो लोगों की सुरक्षा नहीं कर सकती।” अफरीदी ने भारत से पाकिस्तान के खिलाफ आरोप लगाने से पहले ठोस सबूत पेश करने की मांग की। उन्होंने आगे कहा, “भारतीय मीडिया हर घटना को पाकिस्तान से जोड़कर दिखाता है, लेकिन सच्चाई कुछ और है।”

### भारतीय मीडिया और सरकार की प्रतिक्रिया
अफरीदी के बयान के बाद भारतीय मीडिया और जनता में गुस्सा देखने को मिला। कई भारतीय नेताओं ने उनके बयान को “असहिष्णु” और “तथ्यहीन” बताया। भारतीय सेना ने इस हमले में पाकिस्तान-आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) की संलिप्तता का दावा किया है और सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर जांच जारी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमारे पास ठोस सबूत हैं कि यह हमला पाकिस्तान में बैठे आतंकी मास्टरमाइंड्स द्वारा प्लान किया गया था।”

### कश्मीर में सुरक्षा चुनौतियां
पहलगाम हमला कश्मीर में बढ़ती हिंसा की एक कड़ी है। पिछले कुछ वर्षों में आतंकवादी घटनाओं में कमी आई थी, लेकिन हाल के महीनों में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ें बढ़ी हैं। पर्यटन उद्योग, जो कश्मीर की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है, इस हमले से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। स्थानीय व्यापारियों ने बताया कि हजारों पर्यटकों ने अपनी बुकिंग रद्द कर दी है, जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है।

### अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और पाकिस्तान की भूमिका
संयुक्त राष्ट्र और कई देशों ने पहलगाम हमले की निंदा की है। अमेरिका ने भारत के साथ एकजुटता जताते हुए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग का आश्वासन दिया है। हालांकि, पाकिस्तान ने हमले में शामिल होने से इनकार किया है और इसे “भारत का आंतरिक मुद्दा” बताया है। भारत ने पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने की मांग की है, लेकिन अब तक कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला है।

### निष्कर्ष: सुरक्षा और कूटनीति की दरकार
पहलगाम हमला न केवल कश्मीर बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है। भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों को आतंकवादी नेटवर्क को खत्म करने के लिए और सख्त कदम उठाने होंगे। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान पर दबाव बनाना भी जरूरी है ताकि वह अपनी धरती से आतंकवादी गतिविधियों को रोक सके। शाहिद अफरीदी जैसे विवादास्पद बयानों के बजाय, दोनों देशों को मिलकर शांति और स्थिरता के लिए काम करना चाहिए।

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