पीएम किसान योजना की 20वीं किस्त

पीएम किसान योजना की 20वीं किस्त,
पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त और MSMEs के लिए बीमा:

## परिचय
भारत सरकार किसानों और लघु उद्योगों (MSMEs) को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए निरंतर योजनाएं लाती रहती है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना और MSMEs के लिए बीमा योजनाएं ऐसे ही प्रयासों का हिस्सा हैं। इस लेख में, हम पीएम किसान योजना की 20वीं किस्त की अपडेट्स, आवेदन प्रक्रिया, और MSMEs को बीमा से जुड़ी चुनौतियों व समाधानों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

## पीएम किसान सम्मान निधि योजना: 20वीं किस्त की पूरी जानकारी

### योजना का संक्षिप्त परिचय
पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत 2019 में किसानों को प्रत्यक्ष आय सहायता देने के लिए की गई थी। इसके तहत हर साल 6,000 रुपए की राशि तीन किस्तों (2,000 रुपए प्रत्येक) में किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। अब तक 19 किस्तें जारी हो चुकी हैं, और 20वीं किस्त का इंतजार किसानों को है।

### 20वीं किस्त कब आएगी?
– **अनुमानित तिथि**: 19वीं किस्त फरवरी 2024 में जारी की गई थी। योजना के नियमानुसार, हर किस्त के बीच 4 महीने का अंतराल होता है। इस हिसाब से, 20वीं किस्त **जून 2024 के अंत तक** आने की संभावना है।
– **अधिकारिक पुष्टि**: केंद्र सरकार अभी तक तिथि की पुष्टि नहीं कर पाई है, लेकिन बजट आवंटन और पिछले वर्षों के ट्रेंड के आधार पर जून महीना तय माना जा रहा है।

### कौन कर सकता है आवेदन?
– **योग्यता मानदंड**:
1. भारतीय नागरिकता।
2. किसान के पास अपनी जमीन का स्वामित्व।
3. परिवार की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपए से कम।
– **अयोग्य लाभार्थी**:
– करदाता (Income Tax Payers)।
– पूर्व/वर्तमान संसद या विधानसभा सदस्य।
– सरकारी कर्मचारी।

### कैसे चेक करें अपना स्टेटस?
1. **ऑफिशियल वेबसाइट**: [pmkisan.gov.in](https://pmkisan.gov.in) पर जाएं।
2. **‘Beneficiary Status’** पर क्लिक करें।
3. आधार नंबर, मोबाइल नंबर, या बैंक अकाउंट डिटेल्स डालें।
4. स्टेटस दिखाई देगा।

### क्यों अटक सकता है पैसा?
– **ई-केवाईसी न होना**: 31 मार्च 2024 तक ई-केवाईसी अनिवार्य है।
– **भू-लेख अपडेट न होना**: जमीन के दस्तावेजों का वेरिफिकेशन जरूरी।
– **गलत बैंक डिटेल्स**: IFSC कोड या अकाउंट नंबर चेक करें।

### महत्वपूर्ण दस्तावेज
– आधार कार्ड
– जमीन के कागजात
– बैंक अकाउंट पासबुक

## MSMEs और बीमा: चुनौतियाँ और समाधान

### MSMEs: भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSMEs) देश के GDP में 30% योगदान देते हैं और 11 करोड़ से अधिक रोजगार प्रदान करते हैं। फिर भी, 90% MSMEs बीमा सुरक्षा से वंचित हैं।

### बीमा से दूर क्यों हैं MSMEs?
1. **जागरूकता की कमी**: छोटे व्यवसायी बीमा के फायदों से अनजान।
2. **लागत की चिंता**: प्रीमियम को अतिरिक्त खर्च मानना।
3. **जटिल प्रक्रिया**: दावा प्रक्रिया को समझने में कठिनाई।
4. **छोटे जोखिम का भ्रम**: “हमारे साथ कुछ नहीं होगा” की मानसिकता।

### बिना बीमा के जोखिम
– **प्राकृतिक आपदा**: बाढ़, आग, या महामारी से नुकसान।
– **फाइनेंशियल क्राइसिस**: लोन चुकाने में असमर्थता।
– **कानूनी दावे**: उत्पाद दोष के मामले में मुआवजा।

### सरकारी पहल: MSMEs को बीमा सुरक्षा
– **क्रेडिट गारंटी योजना (CGTMSE)**: लोन डिफॉल्ट पर 85% तक कवर।
– **स्टैंड-अप इंडिया**: महिला उद्यमियों के लिए बीमा सहायता।
– **प्रधानमंत्री मुद्रा योजना**: लोन के साथ बीमा कवर।

### कैसे चुनें सही बीमा?
1. **जोखिम का आकलन**: उद्योग के प्रकार के हिसाब से (जैसे, मैन्युफैक्चरिंग, सेवा)।
2. **पॉलिसी कवरेज**: संपत्ति, मालिक, और कर्मचारियों का बीमा।
3. **प्रीमियम तुलना**: IRDAI की वेबसाइट पर पॉलिसियों की तुलना करें।

### सफल केस स्टडी: गुजरात का छोटा कारखाना
2018 में, सूरत के एक कपड़ा व्यवसायी ने 5 लाख रुपए की बीमा पॉलिसी ली। 2020 में कोविड लॉकडाउन के दौरान उन्हें 4.2 लाख रुपए का दावा राशि मिली, जिससे उन्हें कर्मचारियों का वेतन देने में मदद मिली।

## निष्कर्ष
पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त किसानों को आर्थिक राहत देगी, लेकिन योग्यता और दस्तावेजों का ध्यान रखना जरूरी है। वहीं, MSMEs को बीमा की अनदेखी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह संकट के समय उनकी सबसे बड़ी सुरक्षा कवच है। सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर और जागरूकता बढ़ाकर, हम एक सशक्त भारत का निर्माण कर सकते हैं।

## अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

**Q1. पीएम किसान योजना में आवेदन कैसे करें?**
– आधिकारिक पोर्टल [pmkisan.gov.in](https://pmkisan.gov.in) पर नया रजिस्ट्रेशन करें या CSC केंद्र पर संपर्क करें।

**Q2. क्या बटाईदार किसान भी लाभ ले सकते हैं?**
– नहीं, केवल जमीन के मालिक किसान ही योग्य हैं।

**Q3. MSMEs के लिए सबसे सस्ती बीमा पॉलिसी कौन सी है?**
– स्टैंडर्ड फायर एंड स्पेशल पेरिल्स पॉलिसी (भारतीय बीमा कंपनी) प्रीमियम 2,000 रुपए/वर्ष से शुरू।

**Q4. 20वीं किस्त न आने पर क्या करें?**
– टोल-फ्री नंबर 155261 या अपने जिला कृषि अधिकारी से संपर्क करें।

**Q5. क्या MSME बीमा पर टैक्स बेनिफिट मिलता है?**
– हाँ, सेक्शन 80D के तहत प्रीमियम पर 25,000 रुपए तक की टैक्स छूट।

**Tags**: PM Kisan 20वीं किस्त, MSME बीमा योजना, किसान सम्मान निधि आवेदन, बीमा के फायदे, सरकारी योजनाएं 2025.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top