“ग्रामीण महिला उद्यमिता: SRM यूनिवर्सिटी-AP की ‘आदित्री’ पहल, सरकारी योजनाएं और दृढ़ता से सफलता का सफर”
*महिला उद्यमियों के लिए सफलता की कुंजी है “दृढ़ता”: केंद्रीय मंत्री पेम्मासानी चंद्रशेखर**
**SRM यूनिवर्सिटी-AP द्वारा ग्रामीण उद्यमिता पहल ‘आदित्री’ का शुभारंभ**
*””ग्रामीण महिला उद्यमिता: SRM यूनिवर्सिटी-AP की ‘आदित्री’ पहल, सरकारी योजनाएं और दृढ़ता से सफलता का सफर”उद्यमिता सिर्फ विचारों का नहीं, बल्कि संघर्षों का भी सफर है। इस रास्ते में नींद रातें, कठिन फैसले और अथक मेहनत शामिल हैं,”* — यह बात केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं संचार राज्य मंत्री पेम्मासानी चंद्रशेखर ने SRM यूनिवर्सिटी-AP के **एंटरप्रेन्योरशिप एंड इनोवेशन डायरेक्टोरेट** द्वारा शुरू की गई ग्रामीण उद्यमिता पहल **’आदित्री’ (Advancing Development and Transformation in Rural India)** के उद्घाटन पर महिला उद्यमियों को संबोधित करते हुए कही। 3 मई, 2025 को आयोजित इस कार्यक्रम में **100 महिला-नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स** को लॉन्च किया गया और ग्रामीण भारत के आर्थिक परिवर्तन में नई ऊर्जा का संचार हुआ।
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### **ग्रामीण उद्यमिता में नई क्रांति: ‘आदित्री’ का उद्देश्य**
‘आदित्री’ पहल का लक्ष्य ग्रामीण भारत में उद्यमिता को बढ़ावा देकर स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करना, रोजगार के अवसर पैदा करना और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। इसके तहत महिलाओं को प्रशिक्षण, फंडिंग, तकनीकी सहायता और मार्केट लिंकेज प्रदान किए जाएंगे। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने 100 महिला उद्यमियों को मशीनरी और प्रमाणपत्र वितरित कर उन्हें सम्मानित किया।
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### **”हर चुनौती का सामना करें दृढ़ता से”: मंत्री का महिलाओं से आह्वान**
श्री चंद्रशेखर ने कहा, *”सफलता पाने के लिए दृढ़ता सबसे बड़ा हथियार है। चाहे नए बाजार ढूंढ़ने की चुनौती हो या वित्तीय संकट, हर मुश्किल का सामना करने के लिए तैयार रहें।”* उन्होंने सरकारी योजनाओं जैसे **मुद्रा लोन, लक्ष्मी दीदी, स्टैंड-अप इंडिया** और **डिजिटल प्लेटफॉर्म्स** (फेसबुक, यूट्यूब, व्हाट्सएप) का उपयोग करने पर जोर दिया। *”आज महिलाएं अपने मोबाइल से पैकेजिंग, मार्केटिंग और प्राइसिंग की जानकारी ले सकती हैं। स्वयं सहायता समूह (SHG) न केवल समुदाय को जोड़ते हैं बल्कि आय का जरिया भी बनते हैं,”* उन्होंने कहा।
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### **SRM यूनिवर्सिटी-AP का योगदान: ग्रामीण विकास में शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका**
कार्यक्रम में SRM यूनिवर्सिटी-AP के वाइस-चांसलर **मनोज के. अरोड़ा** और प्रो-वाइस-चांसलर **च. सतीश कुमार** ने बताया कि विश्वविद्यालय ग्रामीण इलाकों में शिक्षा, तकनीक और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। ‘आदित्री’ के माध्यम से गांवों में इन्क्यूबेशन सेंटर, मेंटरशिप प्रोग्राम और डिजिटल लिटरेसी कैंप लगाए जाएंगे।
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### **महिला उद्यमियों के लिए सरकारी योजनाएं: एक नजर**
1. **मुद्रा योजना**: 10 लाख रुपये तक का लोन बिना गारंटी के।
2. **लक्ष्मी दीदी**: 2 करोड़ महिलाओं को सालाना 1 लाख रुपये कमाने के लिए प्रशिक्षण।
3. **स्टैंड-अप इंडिया**: SC/ST और महिलाओं को 1 करोड़ रुपये तक का ऋण।
4. **डिजिटल साक्षरता मिशन**: ऑनलाइन बिजनेस के लिए ट्रेनिंग।
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### **ग्रामीण उद्यमिता: चुनौतियाँ और समाधान**
ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे की कमी, बाजार तक पहुंच का अभाव और पारंपरिक सोच बड़ी बाधाएं हैं। ‘आदित्री’ जैसी पहलें इन समस्याओं को टेक्नोलॉजी, मेंटरशिप और नेटवर्किंग से दूर करेंगी। उदाहरण के लिए, आंध्र प्रदेश की **रमा देवी** ने SHG के माध्यम से ऑर्गेनिक खेती शुरू की और आज वह सालाना 20 लाख रुपये कमाती हैं।
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### **क्यों जरूरी है महिला उद्यमिता?**
– **आर्थिक स्वावलंबन**: परिवार की आय बढ़ाने में योगदान।
– **सामाजिक बदलाव**: महिलाएं निर्णय प्रक्रिया में शामिल।
– **रोजगार सृजन**: स्थानीय युवाओं को अवसर।
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### **सफलता की कहानियाँ: गाँव की बेटियों ने रचा इतिहास**
– **प्रियंका रेड्डी (अनंतपुर)**: हर्बल कॉस्मेटिक्स का ब्रांड बनाकर अंतरराष्ट्रीय बाजार में छाईं।
– **मीनाक्षी (गुंटूर)**: डेयरी फार्म से शुरुआत कर आज 50 महिलाओं को रोजगार दिया।
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**FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):**
### 1. **’आदित्री’ पहल क्या है और इसका मुख्य उद्देश्य क्या है?**
– ‘आदित्री’ (ADITRI) SRM यूनिवर्सिटी-AP द्वारा शुरू की गई एक ग्रामीण उद्यमिता पहल है। इसका लक्ष्य गांवों में महिलाओं को प्रशिक्षण, फंडिंग, तकनीकी सहायता और मार्केट लिंकेज प्रदान करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है।
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### 2. **ग्रामीण महिला उद्यमियों के लिए सरकार की प्रमुख योजनाएं कौन-सी हैं?**
– प्रमुख योजनाएं:
– **मुद्रा योजना**: 10 लाख रुपये तक बिना गारंटी के लोन।
– **लक्ष्मी दीदी**: 2 करोड़ महिलाओं को प्रति वर्ष 1 लाख रुपये कमाने के लिए प्रशिक्षण।
– **स्टैंड-अप इंडिया**: SC/ST और महिलाओं को 1 करोड़ रुपये तक का ऋण।
– **डिजिटल साक्षरता मिशन**: ऑनलाइन बिजनेस संचालन हेतु ट्रेनिंग।
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### 3. **ग्रामीण क्षेत्रों में महिला उद्यमियों को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है?**
– मुख्य चुनौतियाँ:
– बुनियादी ढांचे और तकनीकी संसाधनों की कमी।
– बाजार तक पहुंच और नेटवर्किंग का अभाव।
– पारंपरिक सोच और सामाजिक बाधाएं।
– वित्तीय संसाधनों तक सीमित पहुंच।
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### 4. **’आदित्री’ पहल महिलाओं को कैसे सपोर्ट करती है?**
– यह पहल महिलाओं को:
– नि:शुल्क प्रशिक्षण और मेंटरशिप प्रदान करती है।
– स्टार्टअप्स के लिए मशीनरी और फंडिंग की सुविधा देती है।
– डिजिटल मार्केटिंग और पैकेजिंग जैसे कौशल सिखाती है।
– SHGs के माध्यम से समुदाय-आधारित समर्थन देती है।
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### 5. **महिला उद्यमिता से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को क्या फायदे हैं?**
– फायदे:
– स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा होते हैं।
– महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण से परिवार की जीवनशैली में सुधार।
– गांवों से पलायन रुकता है और स्थायी विकास होता है।
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### 6. **क्या गैर-कृषि क्षेत्रों में भी ग्रामीण महिलाएं उद्यम शुरू कर सकती हैं?**
– हां! ‘आदित्री’ जैसी पहलें हस्तशिल्प, प्रसंस्कृत खाद्य, डेयरी, ई-कॉमर्स, सौंदर्य उत्पादों और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में उद्यमिता को प्रोत्साहित करती हैं।
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### 7. **सफल ग्रामीण महिला उद्यमियों के उदाहरण क्या हैं?**
– **रमा देवी (आंध्र प्रदेश)**: SHG से जुड़कर ऑर्गेनिक खेती शुरू की, अब सालाना 20 लाख रुपये कमाती हैं।
– **प्रियंका रेड्डी (अनंतपुर)**: हर्बल कॉस्मेटिक्स ब्रांड से अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान बनाई।
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### 8. **महिलाएं ‘आदित्री’ पहल से कैसे जुड़ सकती हैं?**
– SRM यूनिवर्सिटी-AP की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करें या नजदीकी SHG/ग्राम पंचायत से संपर्क करें। प्रशिक्षण और संसाधनों तक मुफ्त पहुंच प्राप्त करें।
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### 9. **क्या डिजिटल साक्षरता ग्रामीण उद्यमिता के लिए जरूरी है?**
– बिल्कुल! डिजिटल प्लेटफॉर्म्स (जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप) के माध्यम से महिलाएं उत्पादों का प्रचार कर सकती हैं, ग्राहकों से जुड़ सकती हैं और ऑनलाइन भुगतान प्रणालियों का उपयोग कर सकती हैं।
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### 10. **ग्रामीण उद्यमिता में पुरुषों की क्या भूमिका है?**
– पुरुष समर्थन और सहयोग देकर महिलाओं को प्रोत्साहित कर सकते हैं। परिवार और समुदाय स्तर पर लैंगिक समानता को बढ़ावा देकर ग्रामीण विकास में योगदान दे सकते हैं।
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### **निष्कर्ष: सबल महिला, सशक्त भारत**
केंद्र सरकार और शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से ग्रामीण उद्यमिता नए भारत की नींव रख रही है। जैसा कि श्री चंद्रशेखर ने कहा, *”महिलाएं न केवल अर्थव्यवस्था बल्कि समाज की धुरी हैं। उन्हें आगे आकर देश के विकास में भागीदार बनना चाहिए।”* ‘आदित्री’ जैसी पहलें इस सपने को साकार करने में मील का पत्थर साबित होंगी।
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**Tags**: महिला उद्यमी, ग्रामीण विकास, आदित्री योजना, सरकारी योजनाएँ, SRM यूनिवर्सिटी, मुद्रा लोन, लक्ष्मी दीदी, स्वयं सहायता समूह